हार्ट अटैक आने से 1 महीने पहले ही शरीर देने लगते हैं कई संकेत। इन संकेतों में थकान, नींद की दिक्कत, खट्टी डकार, चिंता, दिल की धड़कन तेज होना, हाथ में कमजोरी/भारीपन, सोच या याददाश्त में बदलाव, दृष्टि परिवर्तन, भूख में कमी, हाथ पैर में झुनझुनी, रात में सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं। ये संकेत हार्ट अटैक की सबसे आम वजहों में से कुछ हैं जैसे मोटापा, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई बीपी, धूम्रपान और शराब का अत्यधिक सेवन, और हाई फैट डाइट.
हार्ट अटैक के लक्षण क्या हैं
हार्ट अटैक के लक्षण में सीने में दर्द, बेचैनी, दबाव का अनुभव, बाहों (विशेष रूप से बाएं हाथ), जबड़े, गले और कंधे में दर्द या असहनीयता हो सकती है। इसके साथ हार्ट अटैक के लक्षण में सांस की तकलीफ, पसीना आना, गैस की फीलिंग, नाभि के ऊपर और chin के निचे दर्द, छाती के दाएं और बाएं तरफ, पीठ, गर्दन और हाथों में दर्द शामिल हो सकते हैं
हार्ट अटैक के कारण क्या हैं
हार्ट अटैक के कारण कई हो सकते हैं। इनमें से कुछ मुख्य कारण शामिल हैं: आनुवांशिकता (Hereditary), मधुमेह (Diabetes), रक्तचाप / उच्च रक्तचाप (Blood pressure / hypertension), सिगरेट और तंबाकू का अत्यधिक सेवन (Excessive consumption of cigarettes and Tobacco), मोटापा (Obesity), और तनाव (Stress).
हार्ट अटैक के लिए अन्य पदार्थ क्या हैं
हार्ट अटैक के लिए अन्य खाने की चीजें जो बेहद हानिकारक हो सकती हैं शामिल हैं: पिज्जा, मार्जरीन, चाइनीज़ फूड, और तला हुआ और मांस का संयोजन. इन आहारों का सेवन हार्ट के स्वास्थ्य को प्रभावित करके अधिक रिस्क बना सकता है। इसके बजाय, स्वस्थ आहार जैसे गेहूं के आटे से बनी पिज़्ज़ा, ऑलिव ऑयल, और स्वस्थ भोजन का सेवन करना हार्ट के लिए उपयुक्त हो सकता है।
हार्ट अटैक के लिए बचाव कैसे करें (घरेलू उपाय क्या हैं)
हार्ट अटैक से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम हैं जो निम्नलिखित हैं:
स्वस्थ आहार: स्वस्थ आहार जैसे फल, सब्जियां, पूरे अनाज, और मछली जैसे उच्च पोषक तत्वों वाले आहार का सेवन करें।
नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम करना जैसे योग, ध्यान, और व्यायाम से हृदय स्वास्थ्य को सुधार सकता है।
धूम्रपान और शराब का त्याग: धूम्रपान और शराब का सेवन कम करें या पूरी तरह से छोड़ दें।
वजन नियंत्रण: मोटापा एक मुख्य हार्ट अटैक का कारण हो सकता है, इसलिए वजन को नियंत्रित रखें।
तनाव प्रबंधन: तनाव को कम करने के लिए योग, मेडिटेशन, और ध्यान का अभ्यास करें।
इन सारे कदमों को अपनाकर और नियमित चेकअप कराकर हार्ट अटैक से बचाव किया जा सकता है।